न्यूज़ हाईलाइट सरकार और किसानों के बीच आज होगी बातचीत सरकार ने 32 किसान संगठनों को दिया है न्योता कृषि कानून के मसले पर सरकार और किसानों के बीच आज चर्चा होनी है. कुल 30 से अधिक संगठनों के प्रतिनिधियों को सरकार ने न्योता दिया है, जिनसे पहले भी चर्चा हो चुकी है। कृषि कानूनों के मसले पर किसानों का प्रदर्शन जारी है, दिल्ली-एनसीआर पर पिछले एक हफ्ते से इसका असर पड़ रहा है. इस बीच आज भारत सरकार और किसानों के बीच सुलह को लेकर चर्चा होनी है. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने दोपहर तीन बजे किसान संगठनों को वार्ता के लिए बुलाया है, ये बातचीत दिल्ली के विज्ञान भवन में होगी। यह भी पढ़ें किसान नेता का सवाल- 500 संगठन कर रहे प्रदर्शन, 32 को ही बातचीत का न्योता क्यों? जानकारी के मुताबिक, जिन किसान संगठनों से सरकार ने कृषि कानून के मसले पर पहले भी बात की है उन्हीं संगठनों को आज की वार्ता के लिए न्योता दिया गया है. इस दौरान कुल 32 प्रतिनिधि कृषि मंत्री के साथ वार्ता करेंगे। पंजाब किसान संघर्ष कमेटी के सुखविंदर का कहना है कि देश में किसानों के करीब 500 से अधिक संगठन हैं, लेकिन सरकार ने कुल 32 को न्य...
JOSHI GROUPS OF EDUCATION Botany Paper 1st Plant ecology and phytogeography Biogeochemical cycles (जैव भू- रासायनिक चक्र) ___ By Mr. Harshvardhan Joshi INTRODUCTION Bio - Living organism (जीवित जीव) Geo - Rock, soil, air, water, etc. (चट्टान, मृदा, वायु, पानी, आदि) Chemical - Material (पदार्थ या रसायन) Cycle - Path ( चक्र या मार्ग का पथ) Bio geo chemical cycles - जैव भू रासायनिक चक्र पादप अपनी वृद्धि, परिवर्धन एवं उपापचय क्रियाओं के लिए सूर्य के प्रकाश व CO2 के अतिरिक्त मृदा व वायु से जल व अनेक खनिज पदार्थ प्राप्त करते हैं। ये पदार्थ विभिन्न पोषण स्तरो के सजीवों से होते हुए, जीवो की मृत्यु के पश्चात अपघटकों की सहायता से पुनः अपने वातावरण (मृदा, जल,वायु) में मुक्त हो जाते हैं। इस प्रकार खनिज तत्व वातावरण में बार-बार पौधों द्वारा अवशोषित होकर विभिन्न जीवो में होते हुए निरंतर चक्रिय पथ में भ्रमण करते रहते हैं । अतः खनिज तत्वों व वातावरण के मध्य सक्रिय भ्रमण को जैव भू रासायनिक चक्र या पदार्थों का परिसंचरण...
सर्दियों में हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन बढ़ जाता है। मेथी , पालक के साथ-साथ बथुआ सर्दियों में बहुत लाभदायक और लोकप्रिय होता है। बथुआ एक हरा साग है जिसका सेवन सर्दियों में बहुत लाभकारी है। बथुआ की खेती आलू के साथ ही होती है। इसके सेवन के भी कई तरीके हैं जैसे बथुआ के परांठे , बथुआ का रायता , बथुए की सब्जी इत्यादि। स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है बथुआ 1. अमीनो एसिड से भरपूर: बथुआ के पत्तों का सेवन उनके अमीनो एसिड की उच्च स्तर के लिए किया जाता है , जो कोशिका निर्माण और कोशिकाओं की मरम्मत के लिए महत्वपूर्ण है। अमीनो एसिड शरीर की मरम्मत के लिए बहुत फायदेमंद है। 2. फाइबर से भरपूर: बथुआ सर्दियों का हरा पत्तेदार साग है जो फाइबर का समृद्ध स्रोत है। पेट संबंधी सभी समस्याओं के लिए बथुआ बहुत फायदेमंद है। Also read :- जाने हरी मिर्च के पौष्टिक तत्वों, उपयोग, फायदे और नुकसान के बारे में ? 3. कैलोरी में कम है: सभी हरी सब्जियों की तरह , बथुआ कैलोरी में बहुत कम है और अगर कोई अपना वजन कम करना चाहता है , तो इसका से...
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