DNA TYPES




 Types of DNA:-

Following are the 7 main types of DNA-

1. The B-Form of DNA (B-

DNA):

Structure of B-form of DNA has been 
proposed by Watson and Crick. It is 
present in every cell at a very high relative 
humidity (92%) and low concentration of 
ions. It has antiparallel double helix, 
rotating clockwise (right hand) and made 
up of sugar- phosphate back bone 
combined with base pairs or purine-
pyrimidine.
The base pairs are perpendicular to 
longitudinal axis of the helix. The base 
pairs tilt to helix by 6.3°. The B-form of 
DNA is metabolically stable. The length of 
a complete turn is 34 Angstroms and 
number of bases pairs in a complete turn 
is 10(10.4). The diameter of helix is 20
Angstroms and height of each base pair is 
3.38 Angstroms. Each base pair accounts 
for 36(34.6 angstrom according to 10.4 
base pair per helix turn, 360/10.4 =34.6)
degree of rotation, creating a minor 
groove and a major groove.

2. The A-Form of DNA (A-
DNA):

This DNA have clockwise (right 
handed) rotation. The A-form of DNA 
is found at 75% relative humidity in the 
presence of Na+, K+ or Cs+ ions. It 
contains 11 base pairs as compared to 
ten base pairs of B-DNA which tilt 
from the axis of helix by 20.2°. Due to 
this displacement the depth of major 
groove increases and that of minor 
groove decreases. The A-form is 
metastable and quickly turns to the D-
form. The diameter of helix is 23 
Angstroms and height of each base 
pair is 2.56 Angstrom. Each base pair
accounts for 32.7 degree rotation, 
creating a minor groove and a major 
groove.

3. The C-Form DNA (C-DNA):

This DNA have clockwise rotation. The 
C-form of DNA is found at 66% relative 
humidity in the presence of lithium 
(Lit+) ions. As compared to A-and B-
DNA, in C-DNA the number of base 
pairs per turn is 9.33. The base pairs 
show pronounced negative tilt by 7.8°.
The diameter of helix is 19 Angstroms 
and height of each base pair is 
3.32Angstom. Each base pair accounts 
for 38.6 degree rotation, creating a 
minor groove and a major groove.

4. The D-Form of DNA (D-
DNA)
:

This DNA have anticlockwise rotation. 
The D-form of DNA have very high salt 
concentration. Total number of base 
pairs per turn of helix is 12. This form
is also called poly (dA-dT) and poly 
(dG-dC) form. There is pronounced 
negative tilt of base pairs by 16.7°. The 
diameter of helix is 18 Angstrom and 
height of each base pair is 3.71 
Angstrom. Each base pair accounts -30 
degree rotation, creating a minor and a 
major groove.

5. The Z-Form of DNA (Z-DNA)
or Left Handed DNA:

In 1979, Rich and coworkers at MIT 
(U.S.A.) obtained Z-DNA by artificially 
synthesizing d (C-G) 3 molecules in the 
form of crystals. They proposed a left 
handed double helix model with zig-
zag sugar-phosphate back bone 
running in antiparallel direction.
Therefore, this DNA has been termed 
as Z-DNA. The Z-DNA has been found 
in a large number of living organisms 
including mammals, protozoans and 
several plant species. The diameter of
helix is 18 Angstrom and height of each 
base pair is 3.7 Angstrom. The length 
of complete turn of helix(pitch) is 45 
Angstroms and number of base pairs 
per turn is 12(6 dimer). 
The repeating unit in Z-DNA is a 
dinucleotide due to alternating 
orientation of sugar residues, whereas 
in B-DNA the repeating unit is a 
mononucleotide, and sugar molecules 
do not have the alternating orientation.

6. Single Stranded (ss) DNA:

Almost all the organisms contain 
double stranded DNA except a few 
viruses such as bacteriophage φ × 174 
which consists of single stranded 
circular DNA. It becomes double 
stranded only at the time of 
replication.
The dsDNA always remains in linear 
helical form, while the ssDNA 
remains in circular form; however, 
it becomes double stranded only 
during replication.

7. Circular and Super
Helical DNA:

Almost in all the prokaryotes and a 
few viruses, the DNA is organised in 
the form of closed circle. The two 
ends of the double helix get 
covalently sealed to form a closed 
circle. Thus, a closed circle contains 
two unbroken complementary 
strands. Sometimes one or more 
nicks or breaks may be present on 
one or both strands, for example 
DNA of phage PM2 (Fig. 5.7 A).


Besides some exceptions, the 
covalendy closed circles are twisted 
into super helix or super coils (Fig.5.7 
B) and is associated with basic proteins 
but not with histones found complexed 
with all eukaryotic DNA.



Hindi Translation :-


डीएनए के प्रकार: -

डीएनए के 7 मुख्य प्रकार निम्नलिखित हैं-

1. डीएनए का बी-फॉर्म (बी-
डीएनए):

डीएनए के बी-रूप की संरचना वॉटसन और क्रिक द्वारा प्रस्तावित की गई। यह प्रत्येक कोशिका में बहुत उच्च सापेक्ष आर्द्रता(92%) और आयनों की कम concentration में मौजूद है । इसमें एंटीपैरल समानांतर दोहरे हेलिक्स है,
यह दक्षिणावर्त (दाहिने हाथ) डीएनए है और यह शुगर फास्फेट बैकबोन तथा प्यूरीन व pyrimidine नामक क्षार से मिलकर बना है । क्षार युग्म डीएनए हेलिक्स के अनुदैधर्य अक्ष की सीध में है।
हेलिक्स की तरफ क्षार युग्मो का झुकाव 6.3 ° है।  बी-रूप डीएनए उचयापचय  स्थिर है। इसकी लंबाई
एक पूर्ण मोड़ में 34 एंग्स्ट्रॉम और है
पूर्ण मोड़ में बेस जोड़े की संख्या
10 (10.4) है। हेलिक्स का व्यास 20 एंगस्ट्रोम है।
प्रत्येक बेस जोड़ी की ऊंचाई 
3.38 एंगस्ट्रॉम हैं। प्रत्येक बेस जोड़ी 
 36 डिग्री ( 10.4 बेस जोड़ी प्रति हेलिक्स के लिए मोड़, 360 / 10.4 = 34.6डिग्री) के घुमाव से एक छोटी खांच और एक बड़ी खांच बनाता है।

Translation result


Hindi



2. डीएनए का ए-फॉर्म (ए-डीएनए):

इस डीएनए में दक्षिणावर्त (दाएं) घुमाव होता है। डीएनए का ए-रूप
 75% सापेक्ष आर्द्रता पर पाया जाता हैNa +, K + या Cs + आयनों की उपस्थिति है। इसमें 11 बेस जोड़े हैं
हेलिक्स के अक्ष से क्षार युग्मों का झुकाव 20.2 ° है।  इस विस्थापन  के चलते बड़ी खांच की गहराई बढ़  जाती है और छोटी खांच की गहराई कम हो जाती है।
एक प्रकार का डीएनए मेटास्टेबल है और जल्दी से डी डीएनए में बदल जाता है। हेलिक्स का व्यास 23 एंगस्ट्रॉम है।
प्रत्येक क्षार युग्म की ऊंचाई
 2.56 एंग्स्ट्रॉम है। प्रत्येक क्षार युग्म 32.7 डिग्री रोटेशन से एक बड़ी खांच और एक छोटी खांच का निर्माण करते हैं ।

3. सी-फॉर्म डीएनए (सी-डीएनए):

इस डीएनए में दक्षिणावर्त घूर्णन होता है। डीएनए का सी-रूप लिथियम (लिट +)आयन की उपस्थिति में 66% सापेक्ष आर्द्रता में पाया जाता है। A- और B डीएनए की तुलना में सी-डीएनए में क्षार युग्म की संख्या प्रति मोड़ 9.33 है। क्षार युग्मों का हैलिक्स की अक्ष की तरफ नकारात्मक झुकाव 7.8 ° है।
हेलिक्स का व्यास 19 आंगस्ट्रॉम है
और प्रत्येक बेस जोड़ी की ऊंचाई 
3.32 Angstromहै । प्रत्येेेक 
क्षार युग्म 38.6 डिग्री के रोटेशन से एक बड़ी खांच और एक छोटी खांच बनाता है।

4. डीएनए का डी-फॉर्म (D-
डीएनए):

इस डीएनए में एंटीक्लॉकवाइज रोटेशन होता है। डीएनए के डी-फॉर्म में बहुत अधिक नमक होता है। क्षार युग्म की कुल संख्या हेलिक्स के प्रति कुंडलन12 है। यह फॉर्म इसे poly (dA-dT) and poly ( dG-dC ) भी कहा जाता हैं।
क्षार युग्मों का हेलिक्स की अक्ष की तरफ नकारात्मक झुकाव 16.7 ° हैं ।
हेलिक्स का व्यास 18 एंग्स्ट्रॉम और है
प्रत्येक क्षार युग्म की ऊंचाई 3.71 
Angstrom है। प्रत्येक 
क्षार युग्म -30 डिग्री केरोटेशन,  एक बड़ी खांच और एक छोटी खांच बनाता है। 

5. डीएनए का जेड-फॉर्म (जेड-डीएनए):

1979 में, रिच और सहकर्मी ने MIT (U.S.A.) में d (C-G) में 3 अणु क्रिस्टल का रूप में कृत्रिम रूप संश्लेषित कर जेड डीएनए प्राप्त किया।
  उन्होंने वामावर्त प्रति समानांतर दोहरे हेलिक्स और जिगजैग शुगर phosphate backbone  वाले मॉडल को प्रस्तावित किया। 
 इसलिए इसे जेड डीएनए कहा गया यह डीएनए स्तनधारियों, प्रोटोजोआ और विभिन्न प्रकार के पादपों सहित बहुत बड़ी संख्या में जीवित प्राणियों में पाया जाता है।
डीएनए हैलिक्स का व्यास 18 Angstrom तथा प्रत्येक क्षार युग्म की ऊंचाई 3.7 Angstrom है।
डीएनए हैलिक्स के सम्पूर्ण घूमाव की लंबाई 42 angstrom है तथा प्रत्येक घुमाव में क्षार युग्मों की संख्या 12(6 द्विलक) है।
जेड डीएनए में पुनरावृति इकाई dinucleotide होती हैं।

6. सिंगल स्ट्रैंडेड (ss) डीएनए:

लगभग सभी जीवों में दोहरे हैलिक्स युक्त डीएनए होता है परंतु कुछ वायरस जैसे बैक्टीरियोफेज  में सिंगल स्ट्रैंडेड डीएनए होता है यह केवल प्रतिकृतिकरण के समय दोहरे हेलिक्स में बदलता है। Double stranded डीएनए हमेशा रेखिक होता है जबकि सिंगल स्ट्रैंडेड डीएनए circular होता है।

7. Circular and Super
Helical DNA:

लगभग सभी प्रोकरयोट्स तथा वायरस में डीएनए बंद वृत्त के रूप में होता है। Double helix DNA के दोनों स्ट्रैंड एक दूसरे से जुड़ कर बंद वृत्त बनाते हैं। इस प्रकार इस डीएनए में दो सतत पूरक स्ट्रेंड होते हैं जिनमें कभी-कभी दो या अधिक कट पाए जाते हैं जैसे DNA of phage PM2 .
कुछ अपपवादों को छोड़कर सह संयोजक रुप से बंद वृत्त super helix में बदल जाते हैं जिसमें बुनियादी प्रोटीन तो होते हैं परंतु हिस्टोन प्रोटीन अनुपस्थित होता है जो कि यूकेरियोटिक कोशिकाओं में सामान्य रूप से पाया जाता है।


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