JOSHI GROUPS OF EDUCATION Botany Paper 1st Plant ecology and phytogeography Biogeochemical cycles (जैव भू- रासायनिक चक्र) ___ By Mr. Harshvardhan Joshi INTRODUCTION Bio - Living organism (जीवित जीव) Geo - Rock, soil, air, water, etc. (चट्टान, मृदा, वायु, पानी, आदि) Chemical - Material (पदार्थ या रसायन) Cycle - Path ( चक्र या मार्ग का पथ) Bio geo chemical cycles - जैव भू रासायनिक चक्र पादप अपनी वृद्धि, परिवर्धन एवं उपापचय क्रियाओं के लिए सूर्य के प्रकाश व CO2 के अतिरिक्त मृदा व वायु से जल व अनेक खनिज पदार्थ प्राप्त करते हैं। ये पदार्थ विभिन्न पोषण स्तरो के सजीवों से होते हुए, जीवो की मृत्यु के पश्चात अपघटकों की सहायता से पुनः अपने वातावरण (मृदा, जल,वायु) में मुक्त हो जाते हैं। इस प्रकार खनिज तत्व वातावरण में बार-बार पौधों द्वारा अवशोषित होकर विभिन्न जीवो में होते हुए निरंतर चक्रिय पथ में भ्रमण करते रहते हैं । अतः खनिज तत्वों व वातावरण के मध्य सक्रिय भ्रमण को जैव भू रासायनिक चक्र या पदार्थों का परिसंचरण...
देश की दिग्गज मसाला कंपनी महाशिया दी हट्टी (MDH) के मालिक महाशय धर्मपाल जी का निधन हो गया है। सुबह 5.38 पर उन्होंने अंतिम सांस ली। वह 98 साल के थे। कोरोना से ठीक होने के बाद हार्ट अटैक से उनका निधन हुआ। व्यापार और उद्योग में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए पिछले साल उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्मभूषण से नवाजा था। गुलाटी का जन्म 27 मार्च, 1923 को सियालकोट (पाकिस्तान) में हुआ था। 1947 में देश विभाजन के बाद वह भारत आ गए। तब उनके पास महज 1,500 रुपये थे। भारत आकर उन्होंने परिवार के भरण-पोषण के लिए तांगा चलाना शुरू किया। फिर जल्द ही उनके परिवार के पास इतनी संपत्ति जमा हो गई कि दिल्ली के करोल बाग स्थित अजमल खां रोड पर मसाले की एक दुकान खोली जा सके। इस दुकान से मसाले का कारोबार धीरे-धीरे इतना फैलता गया कि आज उनकी भारत और दुबई में मसाले की 18 फैक्ट्रियां हैं। इन फैक्ट्रियों में तैयार एमडीएच मसाले दुनियाभर में पहुंचते हैं। एमडीएच के 62 प्रॉडक्ट्स हैं। कंपनी उत्तरी भारत के 80 प्रतिशत बाजार पर कब्जे का दावा करती है।
सर्दियों में हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन बढ़ जाता है। मेथी , पालक के साथ-साथ बथुआ सर्दियों में बहुत लाभदायक और लोकप्रिय होता है। बथुआ एक हरा साग है जिसका सेवन सर्दियों में बहुत लाभकारी है। बथुआ की खेती आलू के साथ ही होती है। इसके सेवन के भी कई तरीके हैं जैसे बथुआ के परांठे , बथुआ का रायता , बथुए की सब्जी इत्यादि। स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है बथुआ 1. अमीनो एसिड से भरपूर: बथुआ के पत्तों का सेवन उनके अमीनो एसिड की उच्च स्तर के लिए किया जाता है , जो कोशिका निर्माण और कोशिकाओं की मरम्मत के लिए महत्वपूर्ण है। अमीनो एसिड शरीर की मरम्मत के लिए बहुत फायदेमंद है। 2. फाइबर से भरपूर: बथुआ सर्दियों का हरा पत्तेदार साग है जो फाइबर का समृद्ध स्रोत है। पेट संबंधी सभी समस्याओं के लिए बथुआ बहुत फायदेमंद है। Also read :- जाने हरी मिर्च के पौष्टिक तत्वों, उपयोग, फायदे और नुकसान के बारे में ? 3. कैलोरी में कम है: सभी हरी सब्जियों की तरह , बथुआ कैलोरी में बहुत कम है और अगर कोई अपना वजन कम करना चाहता है , तो इसका से...
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